पाइल्स जागरूकता कार्यक्रम

समझें, रोकें और सही समय पर इलाज करें

ANORECTAL DISEASES

Dr. Arun Singh, Dr. Indrasen Sharma

4/17/20251 min read

🔹 परिचय

पाइल्स या बवासीर, मलाशय (रेक्टम) और गुदा (एनस) क्षेत्र की नसों में सूजन और जलन के कारण उत्पन्न होने वाली एक आम समस्या है। इससे दर्द, असहजता और मल के साथ खून आना जैसे लक्षण हो सकते हैं।

“पाइल्स” शब्द लैटिन शब्द pila से निकला है, जिसका अर्थ होता है ‘गेंदनुमा सूजन’। जब पाइल्स से खून बहने लगता है, तो इसे हैमोरॉयड्स(Hemorrhoids) कहा जाता है।

Hemorrhoids = haima (रक्त) + rhoss (प्रवाह)

📊 पाइल्स की व्यापकता

यह एक बहुत आम गुदा रोग है और अक्सर मरीज हर गुदा संबंधी बीमारी को पाइल्स ही समझ लेते हैं।

ACRSI (2016) रिपोर्ट के अनुसार:

  • 5% जनसंख्या को कभी न कभी पाइल्स की समस्या होती है

  • 50% लोग 50 वर्ष की उम्र तक पाइल्स अनुभव करते हैं

प्रभावित जनसंख्या:

  • सबसे ज़्यादा प्रभावित आयु वर्ग: 41–55 वर्ष

  • पुरुषों में महिलाओं की तुलना में अधिक (2.2:1)

  • उच्च सामाजिक-आर्थिक वर्ग के लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं, खासकर जिनका भोजन फाइबर में कम और जीवनशैली निष्क्रिय होती है।

🧾 पाइल्स के प्रकार

1️⃣ बाहरी बवासीर (External Piles / Thrombosed Piles)
  • गुदा के बाहर त्वचा के नीचे होता है

  • तीव्र दर्द और सूजन होती है

  • इसे "8 दिन की बीमारी" भी कहा जाता है

  • तीन प्रकार:

    • हल्का

    • मध्यम

    • गंभीर

2️⃣ आंतरिक बवासीर (Internal Piles / Hemorrhoids)
  • रेक्टम के अंदर स्थित होते हैं

  • 3, 7 और 11 बजे की पोजीशन पर सबसे आम

  • अन्य पोजीशन पर होने वाले मास को सेकेंडरी पाइल्स कहते हैं

आंतरिक पाइल्स के ग्रेड:

  • ग्रेड I: मल त्याग के समय दर्द रहित रक्तस्राव

  • ग्रेड II: थोड़ा बाहर निकलना (प्रोलैप्स), जो अपने आप ठीक हो जाता है

  • ग्रेड III: मास बाहर निकलता है, जिसे हाथ से अंदर करना पड़ता है

  • ग्रेड IV: पूरा प्रोलैप्स, वापस नहीं जाता, जटिलताएं हो सकती हैं

⚠️ कारण

पाइल्स का मुख्य कारण है रेक्टल नसों में बार-बार दबाव बढ़ना, जैसे:

  • पुरानी कब्ज

  • सख्त मल त्याग

  • जोर लगाकर शौच करना

  • भारी वजन उठाना

  • गर्भावस्था

  • उम्र बढ़ना

  • पारिवारिक इतिहास

🔍 लक्षण

कुछ मरीजों में लक्षण नहीं भी हो सकते, लेकिन आम लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • मल के साथ ताजा खून आना

  • गुदा क्षेत्र से मास का बाहर आना

  • दर्द और जलन

  • म्यूकस डिस्चार्ज

  • गुदा के चारों ओर सूजन या गांठ

  • खुजली या असहजता

🔄 जोखिम कारक
  • कम फाइबर युक्त आहार

  • कम पानी पीना

  • कब्ज या डायरिया

  • मोटापा

  • गर्भावस्था

  • अधिक उम्र

  • लंबे समय तक बैठना या खड़ा रहना

⏰ क्यों जरूरी है समय पर पहचान?

अगर आप पाइल्स को नजरअंदाज करते हैं, तो यह गंभीर समस्याओं में बदल सकता है:

  • एनीमिया (खून की कमी)

  • एनल स्टेनोसिस (गुदा का संकुचन)

  • स्ट्रैंगुलेटेड पाइल्स मास

  • सेन्टिनल टैग्स

  • संक्रमण

समय पर निदान और जीवनशैली में सुधार से इन जटिलताओं से बचा जा सकता है।

🛡️ रोकथाम के उपाय

🧬 जीवनशैली में बदलाव
  • ज़्यादा जोर लगाकर शौच न करें

  • भारी वजन उठाने से बचें

  • नियमित व्यायाम करें

  • शराब से बचें

  • लंबे समय तक बैठने से बचें

  • टॉयलेट में मोबाइल का उपयोग न करें

🥗 हेल्दी डाइट
  • रात का भोजन रात 9 बजे से पहले करें

  • फाइबर युक्त फल और सब्ज़ियां शामिल करें:

फल: केला, सेब, अमरूद, संतरा, एवोकाडो, ब्लूबेरी
सलाद: खीरा, गाजर, टमाटर, मूली, चुकंदर
सब्ज़ियां: पालक, पत्तागोभी, भिंडी, मटर, कद्दू, शिमला मिर्च
अनाज: रागी, जौ, ब्राउन राइस, ओट्स, होल व्हीट, मिक्स मल्टीग्रेन

💧 पानी और तरल पदार्थ
  • पानी मल को मुलायम बनाता है

  • पुरुष: 3–3.5 लीटर/दिन

  • महिलाएं: 2.5–3 लीटर/दिन

  • गर्भवती/स्तनपान कराने वाली महिलाएं: +750 ml

फॉर्मूला:
शरीर का वजन × 0.5 = औंस में पानी की आवश्यकता

सक्रिय व्यक्ति: +350 ml और बढ़ाएं

🌡️ दर्द से राहत
  • गर्म पानी की सिंकाई या सिट्ज बाथ

  • Proctocool जैसी दवाएं सूजन और दर्द में आराम देती हैं

👨‍⚕️ डॉक्टर को कब दिखाएं?

अगर लक्षण बढ़ रहे हैं, विशेषकर ग्रेड II या III, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

क्वैक इलाज से बचें, ये आपकी स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं।

🏥 भरोसेमंद इलाज — भारद्वाज अस्पताल, वाराणसी

Bhardwaj Hospital, वाराणसी में अनुभवी सर्जन व आयुर्वेद विशेषज्ञों की टीम द्वारा पाइल्स का आधुनिक व सुरक्षित इलाज उपलब्ध है।

समय पर निदान और उचित इलाज ही सबसे बड़ा समाधान है।
आपका स्वास्थ्य — हमारी प्राथमिकता।